Friday, October 17, 2008

~*~Bikhari Yaaden~*~


BIKHARI YAADEN

यादो के बहाव में बह जाना याद है 

छोटी छोटी बातों पे मुस्कुराना याद है 
पतझड़ मैं भी लगता था मौसम बहारों का 
तुम्हारे इंतज़ार मैं वक्त बिताना याद है  
कभी साथ बैठे बैठे युही वक्त बिता देना 
कभी मेरी हर बात पर तुम्हारा मुस्कुराना याद है 
कभी बिन बताये तुम्हारा सब कुछ कह देना  
कभी कह के भी बात छुपाना याद है  
कुछ सुन ना चाहते थे हम तुमसे 
पर तुम्हारा न कह पाना याद है 
अभी तो मिले भी नही थे रास्ते हमारे 
यूँ एक मोड़ पर राहों का मुड़ जाना याद है  
चाहा था एक कहानी बने हमारी  
मगर पन्नो का अचानक बिखर जाना याद है 
कहाँनी न सही अफसाना तो बन गया 
इस अफ़साने का हर फ़साना मुझे याद है 

14 comments:

seema gupta said...

कहाँनी न सही अफसाना तो बन गया
इस अफ़साने का हर फ़साना मुझे याद है
"really excellent creation"

Regards

shivani said...

aapki bikhri yaadein dil ko chho gayi....awesome poem....in yaadon ko salaam karna chahti hoon...all the best...

राज भाटिय़ा said...

छोटी छोटी बातों पे मुस्कुराना याद है
पतझड़ मैं भी लगता था मौसम बहारों का
बहुत खुब बहुत ही सुन्दर
कहानी ना सही......
धन्यवाद

manvinder bhimber said...

चाहा था एक कहानी बने हमारी
मगर पन्नो का अचानक बिखर जाना याद है
कहाँनी न सही अफसाना तो बन गया
इस अफ़साने का हर फ़साना मुझे याद है
बहुत खुब बहुत ही सुन्दर

अनुपम अग्रवाल said...

कुछ सुनना चाहते थे हम तुमसे
पर तुम्हारा न कह पाना याद है |
चाहा था एक कहानी बने हमारी,
मगर यह ग़ज़ल न बह पाना याद है|

LIfe a poetry....I am a poem said...

really a very good poem.......chhoti chhoti baton pe muskurana yad hai ....achha laga likhte rahiye

Udan Tashtari said...

चाहा था एक कहानी बने हमारी
मगर पन्नो का अचानक बिखर जाना याद है
कहाँनी न सही अफसाना तो बन गया
इस अफ़साने का हर फ़साना मुझे याद है


--बहुत खूब!! वाह!

अभिन्न said...

ilesh ji bahut dinon baad likha magar achchha bahut achchha likha .ek ek line kalamkari ka nayab namuna lagti hai .lots of thanks for providing such awonderful piece of art.
regards... sure

shama said...

"Bikhari Yaden" ki har pankti sahejke rakhneka man karta hai !
"Abhee to mile bhee nahee the raaste hamare,
Yun ek modpe rahonka mud jaana yaad hai".....
Shayad saree kavita quote kee jaa saktee hai aur yaadbhee..!
Badhayi ho!

Jimmy said...

Or big B Kese Hai Aap

Aap To Hamesha Aacha He post Karte ho Or ghar Per Sab Kese hai


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Good job

Bahadur Patel said...

bhai wah! kya baat hai.sunder.

कडुवासच said...

कुछ सुन ना चाहते थे हम तुमसे
पर तुम्हारा न कह पाना याद है
... बहुत संवेदनशील रचना है, प्रसंशनीय है।

amitabhpriyadarshi said...

कुछ सुन ना चाहते थे हम तुमसे
पर तुम्हारा न कह पाना याद है

kaafee samvedansheel hai.

khaalee panne

Vinay said...

बहुत सुन्दर रचना है!