BIKHARI YAADEN
यादो के बहाव में बह जाना याद है
छोटी छोटी बातों पे मुस्कुराना याद है
पतझड़ मैं भी लगता था मौसम बहारों का
तुम्हारे इंतज़ार मैं वक्त बिताना याद है
कभी साथ बैठे बैठे युही वक्त बिता देना
कभी मेरी हर बात पर तुम्हारा मुस्कुराना याद है
कभी बिन बताये तुम्हारा सब कुछ कह देना
कभी कह के भी बात छुपाना याद है
कुछ सुन ना चाहते थे हम तुमसे
पर तुम्हारा न कह पाना याद है
अभी तो मिले भी नही थे रास्ते हमारे
यूँ एक मोड़ पर राहों का मुड़ जाना याद है
चाहा था एक कहानी बने हमारी
मगर पन्नो का अचानक बिखर जाना याद है
कहाँनी न सही अफसाना तो बन गया
इस अफ़साने का हर फ़साना मुझे याद है
पतझड़ मैं भी लगता था मौसम बहारों का
तुम्हारे इंतज़ार मैं वक्त बिताना याद है
कभी साथ बैठे बैठे युही वक्त बिता देना
कभी मेरी हर बात पर तुम्हारा मुस्कुराना याद है
कभी बिन बताये तुम्हारा सब कुछ कह देना
कभी कह के भी बात छुपाना याद है
कुछ सुन ना चाहते थे हम तुमसे
पर तुम्हारा न कह पाना याद है
अभी तो मिले भी नही थे रास्ते हमारे
यूँ एक मोड़ पर राहों का मुड़ जाना याद है
चाहा था एक कहानी बने हमारी
मगर पन्नो का अचानक बिखर जाना याद है
कहाँनी न सही अफसाना तो बन गया
इस अफ़साने का हर फ़साना मुझे याद है
14 comments:
कहाँनी न सही अफसाना तो बन गया
इस अफ़साने का हर फ़साना मुझे याद है
"really excellent creation"
Regards
aapki bikhri yaadein dil ko chho gayi....awesome poem....in yaadon ko salaam karna chahti hoon...all the best...
छोटी छोटी बातों पे मुस्कुराना याद है
पतझड़ मैं भी लगता था मौसम बहारों का
बहुत खुब बहुत ही सुन्दर
कहानी ना सही......
धन्यवाद
चाहा था एक कहानी बने हमारी
मगर पन्नो का अचानक बिखर जाना याद है
कहाँनी न सही अफसाना तो बन गया
इस अफ़साने का हर फ़साना मुझे याद है
बहुत खुब बहुत ही सुन्दर
कुछ सुनना चाहते थे हम तुमसे
पर तुम्हारा न कह पाना याद है |
चाहा था एक कहानी बने हमारी,
मगर यह ग़ज़ल न बह पाना याद है|
really a very good poem.......chhoti chhoti baton pe muskurana yad hai ....achha laga likhte rahiye
चाहा था एक कहानी बने हमारी
मगर पन्नो का अचानक बिखर जाना याद है
कहाँनी न सही अफसाना तो बन गया
इस अफ़साने का हर फ़साना मुझे याद है
--बहुत खूब!! वाह!
ilesh ji bahut dinon baad likha magar achchha bahut achchha likha .ek ek line kalamkari ka nayab namuna lagti hai .lots of thanks for providing such awonderful piece of art.
regards... sure
"Bikhari Yaden" ki har pankti sahejke rakhneka man karta hai !
"Abhee to mile bhee nahee the raaste hamare,
Yun ek modpe rahonka mud jaana yaad hai".....
Shayad saree kavita quote kee jaa saktee hai aur yaadbhee..!
Badhayi ho!
Or big B Kese Hai Aap
Aap To Hamesha Aacha He post Karte ho Or ghar Per Sab Kese hai
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Good job
bhai wah! kya baat hai.sunder.
कुछ सुन ना चाहते थे हम तुमसे
पर तुम्हारा न कह पाना याद है
... बहुत संवेदनशील रचना है, प्रसंशनीय है।
कुछ सुन ना चाहते थे हम तुमसे
पर तुम्हारा न कह पाना याद है
kaafee samvedansheel hai.
khaalee panne
बहुत सुन्दर रचना है!
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